Poonam | Astrology
4/8/2024, 5:30:00 AM
ब्रेकअप का मतलब है डिप्रेशन, तनाव और मूड खराब होना। वैसे ब्रेकअप करना इतना आसान काम नहीं है. और अगर तुम टूट जाओ और भूल जाओ, तो भी जीना आसान होगा, लेकिन ऐसा नहीं होता है। किसी रिश्ते के टूटने के बाद आपके मन में अपने एक्स, वाई, जेड की जिंदगी के बारे में जानने की उत्सुकता होना स्वाभाविक है। और अगर एक्स अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गया हो और उसकी जिंदगी में कोई और आ जाए तो उसे भूल पाना नामुमकिन सा लगता है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र आपको इस कठिन परिस्थिति से बाहर निकलने में मदद कर सकता है। आपको उन प्रश्नों के उत्तर पाने में मदद मिल सकती है जिन्हें आप जानना चाहते हैं। ज्योतिष के माध्यम से ग्रहों की स्थिति के संकेतों का विश्लेषण करके आप अपने पूर्व साथी की वर्तमान स्थिति को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। आप जान सकते हैं कि आपका एक्स किसी और के साथ है या नहीं।
चाहे आप समापन, सत्यापन, या फिर अपने मन की शांति चाह रहे हों, ज्योतिष आपकी इन सब में मदद कर सकता है। ज्योतिष बहुत ही शालीनता और अपने ज्ञान से इस मुश्किल स्थिति से निपटने में आपकी मदद कर सकता है। तो चलिए उन सभी ज्योतिषीय कारकों का पता लगाएं जो यह संकेत दे सकते हैं कि आपका एक्स नए रिश्ते में है या वो अभी भी आपके लिए सोचता है।
ज्योतिष विज्ञान में कुंडली का सातवा घर साझेदारी और विवाह का निर्धारण करता है। ये बताता है की एक व्यक्ति अपने जीवन में रिश्ते कैसे बनाता है। व्यक्ति के वर्तमान स्थिति के निर्धारण भी करता है की आपका एक्स पार्टनर किसी और के साथ रिश्ता देख रहा है या नहीं। अतः सातवे घर की स्थिति को जानना महत्वपूर्ण हो जाता है। सातवे घर की स्थिति बताती है की वर्तमान में आपका एक्स पार्टनर किस तरह के रिश्ते में है।
एक उदाहरण से समझते है की अगर आपके एक्स पार्टनर की कुंडली के सातवे घर में अगर शुक्र गृह का शासन है तो ये आपसी सामंजस्य्ता और रिश्ते में रोमांस का प्रतिक है। और अगर यदि सातवें घर में मंगल उपस्थित है तो ये संकेत दे रहा है की आपका एक्स पार्टनर एक बहुत ही भावुक और अस्थिर रिश्ते में बंधा हुआ है। और इसके अतिरिक्त सातवां घर ये भी बताता है की आपका पार्टनर किस तरह के व्यक्ति के प्रति आकर्षित होता है। बृहस्पति इस घर को देख रहा है तो बुद्धिमता और आध्यात्मिकता का सम्बन्ध बताएगा।
सातवें घर में ग्रहो की स्थिति और प्रभाव आपके पूर्व साथी के वर्तमान स्थिति को जानने में भी सहायता करता है। यदि सकारात्मक गृह का प्रभाव है तो ये संकेत दे रहा है की उनका रिश्ता अच्छा चलेगा और वही दूसरी और सातवें घर में नकारात्मक प्रभाव वाले ग्रहो की उपस्थिति है तो रिश्तो में कुछ चुनौतियों का सामना करवाएगी। अर्थात ज्योतिष विज्ञान में सातवें घर की स्थिति भोत ही महत्वपूर्ण अंतर्दृस्ति प्रदान करती है। इसमें ये भी शामिल है की वो किसी और के बारे में सोच रहा है या नहीं। सातवे घर में ग्रहो की स्थिति और आपसी ग्रहो के स्थितियों का जांच करके एक्स पार्टनर के वर्तमान जीवन स्थिति को भी बेहतर तरीके से समझा जा सकता है।
शुक्र प्रेम और रिश्तो का प्रतिनिधित्व करता है। आपके एक्स पार्टनर के रिश्तो की स्थिति के बारे में भी कुंडली में शुक्र गृह ही बताता है। कुंडली में शुक्र गृह की स्थिति व्यक्ति के प्रेम के प्रति दृश्टिकोण को दर्शाती है। इसके आलावा एक व्यक्ति के साथ प्राथमिकता और वर्तमान रिश्ते की स्थिति का अवलोकन भी शुक्र गृह की स्थिति से किया जाता है।
यदि शुक्र गृह की स्थिति मंगल चन्द्रमा और सूर्य ग्रहो के साथ सामंजस्य वाली है तो ये एक अच्छा संकेत है। ये प्यार और रिश्ते की मजबुतु को बताएगा।
व्ही दूसरी और शुक्र का प्रभाव चुनौतीपूर्ण ग्रहो के साथ जैसे शनि और प्लूटो के साथ है तो ये रिश्ते में कठिनाई पैदा करेगा। ये प्यार पाने और रिश्ते को बनाये रखने का अच्छा समय नहीं है।
इसके आलावा जन्म कुंडली में शुक्र गृह की स्थिति से और भी जरूरी जानकारी मिलती है।
यदि शुक्र गृह कुंडली के सातवे घर में उपस्थित है तो ये रिश्तो में प्रतिबद्धता का एक अच्छा संकेत देगा। और यदि शुक्र कुंडली के पाचवे घर में बैठा है तो ये अधिक अनौपचारिक रिश्तों या इश्कबाज़ी की इच्छा का संकेत देता है।
एक्स की वर्तमान स्थि के बारे में शुक्र गृह द्वारा विश्लेषण करते समय इसकी वर्मन स्थिति को जानना भी जरूरी होता है। समझने के तौर पर यदि शुक्र वर्तमान में सातवे घर में है तो ये एक नए रिश्ते की शुरुआत का संकेत दे रहा है।
वही दूसरी और शुक्र चुनौतीपूर्ण स्थिति में है तो ये शक्ति संघर्ष का संकेत दे सकता है। यह किसी रिश्ते में हेरफेर का संकेत भी दे सकता है।
ज्योतिष विज्ञान में कुछ राशि ऐसी होती है जिनके लिए अपने एक्स पार्टनर को आसानी से भूलकर एक नए रिश्ते के साथ आगे बढ़ जाना बहुत मुश्किल होता है । यह उनके व्यक्तित्व गुणों और भावनात्मक स्थिति के कारण होता है। ये कुछ राशि है जिनके लिए सब कुछ भूलकर आगे बढ़ना बहुत मुश्किल होता है :
वृषभ राशि :- ये जीवन में स्थिरता और प्रेम के लिए स्थिरता के लिए जाने जाता है। इनके लिए पुराने रिश्ते को भूलने में काफी संघर्ष करना पड़ता है क्युकी ये परिवर्तन और अनिश्चितता से डरते है। अपने भावुक स्वाभाव के कारण इन्हे अपने साथी को भूलना बहुत मुश्किल हो जाता है। ये जीवनभर अपने पूर्व साथी की यादो को संभल कर रखते है।
कर्क: कर्क एक अत्यधिक भावनात्मक और संवेदनशील राशि है। इनके लिए पुराने रिश्ते से आगे बढ़ना मुश्किल हो जाता है क्योंकि वे अपने रिश्तों में बहुत गहराई के साथ निभाते है। और अपने सहयोगियों से जुड़ जाते हैं। वे अपने अतीत के दुखों और शिकायतों को भी मन में दबाए रख सकते हैं, जिससे उन्हें अपने साथी को छोड़ना और भूल जाना मुश्किल हो जाता है।
वृश्चिक: भावुक और बहुत ही संवेदनशील राशि। इन्हे पिछले रिश्ते से आगे बढ़ने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है क्योंकि वे दूसरों के साथ अपने संबंधों में गहराई से निवेश करते हैं। वे अतीत के दुखों और नाराजगी को भी मन में दबाए रख सकते हैं, जब उनकी यादे ही नहीं मिटा सकते तो किसी को भूल जाना कैसे आसान हो सकता है।
मीन: मीन एक अत्यधिक भावनात्मक और सहज होते है। उन्हें पिछले रिश्ते से आगे बढ़ने में संघर्ष करना पड़ सकता है क्योंकि वे दूसरों के साथ अपने संबंधों में गहराई से निवेश करते हैं। उनके लिए इनका पूर्व साथी आदर्श होता है , जिससे स्थिति की वास्तविकता को स्वीकार करना और आगे बढ़ना कठिन हो जाता है।
मकर: मकर राशि वाले जीवन में स्थिरता और संरचना के प्रति अपने प्रेम के लिए जाने जाते हैं। उन्हें पिछले रिश्ते से आगे बढ़ने में संघर्ष करना पड़ सकता है क्योंकि वे बदलाव और अनिश्चितता से डरते हैं। इन्हे नए रिश्ते के साथ आगे बढ़ने की जगह अपने पूर्व साथी की यादो को सहेज कर जीना काफी अच्छा लगता है।